परमहंस योगानन्दजी भारतीय भक्ति संगीत कला को पश्चिम में लाये, तथा इस प्रकार हज़ारों को ईश्वर भक्ति में सामूहिक भजनों के गायन का अनुभव प्रदान किया। न्यू-यार्क के प्रसिद्ध कार्नेगी हॉल में 1926 की अप्रैल, महान गुरु ने प्रिय चैंट (भजन) “O God Beautiful (हे हरि सुन्दर)” हॉल में भरे हुए हज़ारों श्रोताओं को सिखाया। बाद में उन्होंने कहा :
“पूरे एक घण्टे और पच्चीस मिनट तक समूचे श्रोताओं की हज़ारों आवाज़ों ने…ईश्वर-गुणगान के आनन्ददायक वातावरण में “O God Beautiful (हे हरि सुन्दर)” भजन को गाया।…अगले दिन अनेक पुरुष एवं महिला श्रोताओं ने ईश्वरानुभूति तथा शरीर, मन, एवं आत्मा की रोगमुक्ति के अनुभव का साक्ष्य दिया जो कि पवित्र भजन-गायन के समय उनके साथ घटे थे, तथा अन्य व्याख्यान सभाओं में भी उस भजन को गाने के मुझे अनेकानेक अनुरोध आये।